Noor Fatima

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लेखनी कहानी -21-Feb-2024

ये अहसान है तुम्हारा मिला है प्यार मे जख्म इतना सारा तेरे प्यार की कश्ती मे बैठकर किया जो सफर फस गये भॅवर मे ऐसे अब तक मिला ना किनारा

ये अहसान है तुम्हारा इस दिल को प्यार ना होगा दोबारा अब नहीं करनी है वफ़ा किसी से या रब एक बार दिला दे इस मोहब्बत से छुटकारा

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9 Comments

Gunjan Kamal

22-Feb-2024 11:53 PM

👌🏻👏🏻

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Mohammed urooj khan

22-Feb-2024 12:01 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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बेहतरीन

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